फल और मेवे
फल और मेवे हमारे शरीर को ज़रूरी विटामिन, खनिज तत्व (मिनरल्स) और रेशे (फाइबर) प्रदान करते हैं। क्रिस्टल शुगर (सफेद चीनी) के इस्तेमाल से पहले, फल हमारी मुख्य और सेहतमंद चीनी का स्रोत थे। मेवे हमें कीमती तेल और ऐसे पौष्टिक तत्व देते हैं जिनका असर दिमाग और रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) पर सकारात्मक होता है। हालाँकि ये सेहत के लिए बहुत ज़रूरी हैं, फिर भी इनकी खेती के लिए ज़मीन का इस्तेमाल बहुत कम होता है — कुल खेती की ज़मीन का 5% से भी कम हिस्सा फल और मेवों के लिए उपयोग होता है। अधिकतर फल और मेवे साल भर में उगने वाली फसलें नहीं होतीं, बल्कि इन्हें दीर्घकालिक फसलें (perennials) कहा जाता है —
जो कई वर्षों तक (कभी-कभी दशकों तक) एक ही जगह पर उगती हैं, और धीरे-धीरे ही अपनी पूरी उत्पादकता तक पहुँचती हैं। इसी कारण, अच्छा उत्पादन मिलने में कई साल लग सकते हैं, लेकिन जब मिलना शुरू होता है, तो ये लंबे समय तक लाभदायक रहते हैं।






