ग्लोबल बीन प्रोजेक्ट
“ग्लोबल बीन प्रोजेक्ट” का उद्देश्य है लोगों को दालों के अनेक फ़ायदों के बारे में जागरूक करना और एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में दुनिया भर में उनकी खेती और खपत बढ़ाना। यह प्रोजेक्ट 2021 में Zukunftsstiftung Landwirtschaft द्वारा शुरू किया गया था। आज इसमें दुनिया भर से लगभग 100 साझेदार संगठन शामिल हैं — और इनके साथ जुड़ें हैं अनगिनत विशेषज्ञ और दालों के उत्साही लोग, जो इस विषय को लेकर बेहद समर्पित हैं।
दालें इंसानों के लिए एक प्रोटीन से भरपूर भोजन का स्रोत हैं, जो पशु-प्रोटीन की तुलना में ज़्यादा सेहतमंद, टिकाऊ और अक्सर सस्ती भी होती हैं। राजमा, मटर, मसूर जैसी दालों से स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर कई तरह के व्यंजन बनाए जा सकते हैं — और ये दुनिया के कई क्षेत्रों की पारंपरिक रसोई का अहम हिस्सा भी हैं। साथ ही, दालों में मिट्टी को सुधारने की प्राकृतिक क्षमता होती है। वे मिट्टी में नाइट्रोजन जोड़ती हैं, जिससे रासायनिक खादों पर निर्भरता कम होती है। इसका मतलब है पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर कम बुरा असर। इसलिए, दालें वैश्विक खाद्य प्रणाली में बदलाव और जलवायु परिवर्तन से लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाती हैं।
ग्लोबल बीन प्रोजेक्ट अपने ज्ञान, लेखों और ऑनलाइन कार्यक्रमों के ज़रिए दालों को उगाने और खाने को बढ़ावा देता है, और उनके फ़ायदे लोगों तक सरल तरीके से पहुँचाता है।


